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पुणे में भीषण हादसा: दर्शन के लिए जा रही गाड़ी खाई में गिरी, 7 महिलाओं की मौत, कई घायल

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पुणे, 11 अगस्त 2025 

 महाराष्ट्र के पुणे जिले के खेड तालुका में रविवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया। जानकारी के अनुसार, एक पिक-अप वैन में सवार महिलाएं और कुछ अन्य लोग पास के धार्मिक स्थल पर देव दर्शन के लिए जा रहे थे। यह यात्रा, जो भक्ति और उत्साह से भरी होनी चाहिए थी, महज कुछ पलों में मातम में बदल गई। बताया जाता है कि वाहन घाटी के मोड़ पर अनियंत्रित हो गया और लगभग 30 फीट गहरी खाई में गिरकर पलट गया। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि सात महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। ग्रामीणों ने तुरंत चीख-पुकार सुनकर घटना स्थल पर पहुंचकर घायलों को बाहर निकाला और पुलिस व एंबुलेंस को सूचना दी।

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं। खाई में गिरे वाहन तक पहुंचना आसान नहीं था, क्योंकि वहां का रास्ता संकरा और ढलानदार था। राहतकर्मियों ने रस्सियों और अस्थायी स्ट्रेचर की मदद से घायलों को ऊपर लाने का काम किया। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कई लोगों की हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद बड़े अस्पतालों में रेफर किया जा सकता है। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को तुरंत आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।

हादसे के कारणों को लेकर अभी स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है। प्रारंभिक जांच में यह संभावना जताई जा रही है कि वाहन के ब्रेक फेल हो गए होंगे या मोड़ पर चालक का संतुलन बिगड़ गया होगा। घाट क्षेत्रों में सड़क की चौड़ाई कम होने और पर्याप्त सुरक्षा बैरियर न होने की वजह से ऐसे हादसे आमतौर पर गंभीर रूप ले लेते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर पहले भी कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन सुरक्षा उपायों में कोई ठोस सुधार नहीं हुआ। अब पुलिस और आरटीओ (क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय) इस मामले की विस्तृत जांच कर रहे हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह पूरी तरह मानवीय गलती थी या सड़क और वाहन की तकनीकी खामियों की वजह से यह हादसा हुआ।

इस घटना ने एक बार फिर पहाड़ी और घाटी इलाकों में यातायात सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इन क्षेत्रों में चलने वाले यात्री वाहनों के लिए नियमित फिटनेस चेक जरूरी है, साथ ही ड्राइवरों को घाट सड़कों पर सुरक्षित ड्राइविंग का विशेष प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। इसके अलावा, प्रशासन को चाहिए कि खतरनाक मोड़ों और ढलानों पर मजबूत बैरियर लगाए जाएं और चेतावनी संकेतों को और स्पष्ट किया जाए। यह हादसा केवल सात परिवारों के लिए अपूरणीय क्षति नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है कि लापरवाही और कमजोर सुरक्षा व्यवस्थाएं कैसे जीवन को अचानक समाप्त कर सकती हैं।

 

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