केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा है कि वे विशेष आर्थिक क्षेत्र SIR (Special Investment Region) के खिलाफ केवल वोट बैंक राजनीति कर रहे हैं। अमित शाह ने विपक्ष की इस रवैया को देश के विकास में बाधा डालने वाला करार दिया और कहा कि आर्थिक प्रगति के रास्ते में ऐसी राजनीति बंद होनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि SIR परियोजना का उद्देश्य निवेश आकर्षित करना, रोजगार सृजन करना और क्षेत्र की समग्र विकास को सुनिश्चित करना है, न कि किसी खास समुदाय या वर्ग के हित में काम करना।
अमित शाह ने संसद में एक सत्र के दौरान कहा कि विपक्ष की राजनीति केवल मतदाताओं को बांटने और भ्रमित करने पर आधारित है, जो देश की तरक्की में रोड़ा अटका रही है। उन्होंने यह भी कहा कि SIR जैसी पहलकदमियां भारत को वैश्विक आर्थिक मानचित्र पर मजबूत बनाएंगी और इसे सभी वर्गों के लिए फायदे का सौदा बनाना होगा। उन्होंने कहा कि विकास योजनाओं का विरोध करना लोकतंत्र की भावना के खिलाफ है, खासकर जब वे योजनाएं सीधे लोगों के जीवन स्तर को सुधारने वाली हों।
विपक्ष के नेताओं ने SIR परियोजना पर सवाल उठाते हुए इसे क्षेत्रीय असमानता बढ़ाने और कुछ समुदायों के खिलाफ भेदभाव का साधन बताया था। उन्होंने कहा था कि इस तरह की योजनाएं केवल राजनीतिक हितों को साधने के लिए होती हैं और आम जनता को इससे कोई लाभ नहीं होगा। अमित शाह ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि देश की जनता अब समझदार हो गई है और ऐसे जालसाज़ी भरे आरोपों में नहीं फंसती।
केंद्रीय गृह मंत्री ने सभी राजनीतिक दलों से अपील की है कि वे विकास के एजेंडे को प्राथमिकता दें और देश के हित में काम करें। उन्होंने कहा कि जनता के हित में जो भी फैसले लिए जाएंगे, उन्हें पूरा समर्थन मिलेगा और कोई भी वोट बैंक राजनीति भारत के विकास को नहीं रोक सकती।
यह बयान ऐसे समय आया है जब SIR परियोजना को लेकर देश में राजनीतिक बहस गर्माई हुई है और आगामी चुनावों में इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक दलों के बीच जोर-आजमाइश जारी है।