कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क में शुक्रवार को आयोजित ‘वोट अधिकार रैली’ में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाए। दोनों नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और चुनाव आयोग पर मिलीभगत कर ‘वोट चोरी’ करने का सनसनीखेज आरोप लगाया, जिसने देश भर में हलचल मचा दी है।
मांगा पिछले 10 वर्षों का वोटर लिस्ट और वीडियो रिकॉर्डिंग
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने चुनाव आयोग (EC) से पिछले दस वर्षों का वोटर लिस्ट और चुनावी वीडियो रिकॉर्डिंग सार्वजनिक करने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव प्रक्रिया में धोखाधड़ी हो रही है और इस मामले की जांच जरूरी है। राहुल गांधी ने कहा कि ईमानदारी और पारदर्शिता के लिए चुनाव आयोग को ये डाटा उपलब्ध कराना चाहिए ताकि मतदाता अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। उनका यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
राहुल गांधी के 5 तीखे सवाल
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग से सीधे 5 सवाल पूछकर लोकतंत्र की रक्षा का आह्वान किया:
- विपक्ष को डिजिटल वोटर लिस्ट क्यों नहीं दी जा रही? क्या छिपाने की कोशिश हो रही है?
- CCTV और वीडियो सबूत क्यों मिटाए जा रहे हैं? यह किसके इशारे पर हो रहा है?
- फर्जी वोटिंग और वोटर लिस्ट में गड़बड़ी क्यों? इसका जवाब कौन देगा?
- विपक्षी नेताओं को धमकाने और डराने की साजिश क्यो लोकतंत्र पर हमला क्यों?
- क्या चुनाव आयोग अब BJP का एजेंट बन चुका है?
राहुल गांधी ने कहा, “अगर हमें इलेक्ट्रॉनिक वोटर लिस्ट और वीडियोग्राफी मिल जाए, तो हम साबित कर देंगे कि नरेंद्र मोदी चोरी से प्रधानमंत्री बने हैं।”* उन्होंने जोर देकर कहा कि चुनाव आयोग को डेटा छिपाने की बजाय पारदर्शिता दिखानी होगी, क्योंकि *”देश की जनता जवाब चाहती है!”
मल्लिकार्जुन खड़गे का ‘Do or Die’ का आह्वान:
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन की याद दिलाते हुए कहा, *”आज, 8 अगस्त को, मैं आपसे आह्वान करता हूँ कि हम 9 अगस्त 1942 के ‘करो या मरो’ के नारे से प्रेरणा लें। हमारा लोकतंत्र और संविधान खतरे में है। वोटिंग अधिकार छीने जा रहे हैं। यह हमारे लिए ‘करो या मरो’ का समय है।”*
खड़गे ने जोर देकर कहा कि वोट चोरी लोकतंत्र के खिलाफ अपराध है और इसे माफ नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि *”चुनाव आयोग के हर अधिकारी और आयुक्त को समझ लेना चाहिए कि एक दिन आपको जनता का सामना करना होगा।”*
कर्नाटक में ‘वोट चोरी’ का पर्दाफाश:
राहुल गांधी ने दावा किया कि कर्नाटक की एक लोकसभा सीट पर वोट चोरी का ठोस सबूत उनके पास है। उन्होंने कहा, *”हमें एक सीट की सच्चाई निकालने में 6 महीने लगे। हमने हर नाम, हर फोटो को लाखों फोटो के साथ मिलान किया। अगर हमें पूरा डेटा मिले, तो हम बाकी सीटों पर भी यही सच्चाई सामने ला सकते हैं।”*
उन्होंने कर्नाटक सरकार से निम्नलिखित मांगें की:
- वोट चोरी की जांच हो और दोषियों पर कार्रवाई हो।
- चुनाव आयोग के अधिकारियों से सवाल पूछे जाएं।
- महादेवापुरा की सच्चाई जनता के सामने लाई जाए।
लोकतंत्र की चोरी का अंजाम भयानक होगा!
राहुल गांधी ने जोर देकर कहा कि अगर डेटा मिटाया गया, तो यह सबूत मिटाने का अपराध होगा। उन्होंने कहा, *”चुनाव आयोग समझ ले, आप न कुछ छिपा सकते हैं, न छिप सकते हैं।”*
जनता की आवाज: बहुत हुआ!
रैली में उमड़ी भारी भीड़ ने एक स्वर में नारा दिया- “
हुआ!”* राहुल गांधी ने कहा कि वे संविधान की शपथ पर अडिग हैं और देश की आवाज उठाते रहेंगे। *”चुनाव आयोग मुझसे शपथ लेने को कह रहा है, लेकिन मैंने संविधान की शपथ ली है। मैं लोकतंत्र के लिए लड़ता रहूंगा।”
सोशल मीडिया पर तूफान:
रैली के बाद #VoteChori और #SaveDemocracy जैसे हैशटैग सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे। लोगों ने राहुल गांधी और खड़गे के सवालों का समर्थन करते हुए चुनाव आयोग से पारदर्शिता की मांग की।
आगे क्या?
कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि वे इस मामले को संसद से सड़क तक उठाएंगे और जरूरत पड़ी तो कानूनी कार्रवाई भी करेंगे। कर्नाटक में वोट चोरी के सबूतों को सार्वजनिक करने की मांग तेज हो रही है, और यह मुद्दा राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का केंद्र बन गया है।