नई दिल्ली, 6 अगस्त 2025
NEET-UG 2024 परीक्षा में एक उम्मीदवार को गलत क्रम वाला प्रश्न पत्र दिए जाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को अहम फैसला सुनाया। कोर्ट ने राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) को निर्देश दिया है कि वह संबंधित उम्मीदवार की OMR शीट की मैनुअल जांच करे और उस पर यथासंभव जल्द निर्णय ले।
यह मामला उस वक्त सामने आया जब एक उम्मीदवार ने आरोप लगाया कि उसे जो प्रश्न पत्र दिया गया उसका क्रम बुकलेट कोड से मेल नहीं खाता था। जिससे उसके उत्तर OMR शीट में गलत कॉलम में भर गए। इसके चलते उसकी पूरी उत्तर शीट गलत मानी गई, जिससे मेरिट और परिणाम पर गहरा असर पड़ा।
सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा, “यदि किसी उम्मीदवार को गलत प्रश्नक्रम वाली बुकलेट दी जाती है और वह बिना गलती के उत्तर भरता है, तो तकनीकी गड़बड़ी के कारण उसके करियर के साथ अन्याय नहीं किया जा सकता।”
कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि यह निर्णय विशेष मामले के आधार पर है और इसका अन्य मामलों पर स्वतः कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। लेकिन यह आदेश उन उम्मीदवारों के लिए राहत बन सकता है जो तकनीकी खामियों की वजह से नुकसान झेल रहे हैं।
NEET-UG पहले ही कई विवादों में घिरा रहा है — पेपर लीक से लेकर ग्रेस मार्क विवाद तक। इस फैसले को पारदर्शिता और न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। NTA को अब जल्द से जल्द मैनुअल जांच कर रिपोर्ट पेश करनी होगी, जिससे छात्र को समय पर पारीणाम मिल सके।