देहरादून, उत्तराखंड । 5 अगस्त 2025
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में शनिवार रात आई प्राकृतिक आपदा ने जनजीवन को झकझोर कर रख दिया। धराली और हर्षिल गांवों में बादल फटने (Cloudburst) की घटनाओं ने देखते ही देखते पूरे इलाके को तबाह कर दिया। आधिकारिक रिपोर्टों के अनुसार, अब तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि 100 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। साथ ही कई मजदूरों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है।
घटनास्थल से आए दिल दहला देने वाले वीडियो में देखा गया कि सिर्फ 20 से 34 सेकंड में मलबा, पानी और चट्टानों की धार ने पूरे गांव को निगल लिया। कई घर, होटल और वाहन पूरी तरह बह गए या मलबे में दब गए। धराली गांव में तो नालों के उफान ने सड़कों और पुलों को भी चपेट में ले लिया।
मौके पर तुरंत रेस्क्यू टीमों को भेजा गया है। सेना, ITBP, NDRF और SDRF की टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं। कई घायलों को हेलीकाॅप्टर से रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया गया है, जबकि लापता लोगों की तलाश जारी है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, उत्तराखंड में अगले 24 से 48 घंटे और भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इससे स्थिति और बिगड़ सकती है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी-नालों से दूर रहें और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर दुख जताया है और राहत कार्यों की निगरानी के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा, “हम हर लापता व्यक्ति तक जल्द से जल्द पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। पीड़ितों को हरसंभव सहायता दी जाएगी।”
उत्तरकाशी की यह घटना 2025 की सबसे भयावह प्राकृतिक आपदाओं में से एक बन चुकी है, और इससे मिली सीख के तहत राज्य सरकार ने सभी ज़िलाधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा है।