नई दिल्ली-27 जुलाई 2025 , देश की अग्रणी IT सेवा कंपनी Tata Consultancy Services (TCS) ने इस वित्तीय वर्ष 2025-26 में 12,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी की योजना बनाई है। कंपनी के अनुसार, यह कदम कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और नई तकनीकों को अपनाने की प्रक्रिया का हिस्सा है। इस फैसले का सबसे बड़ा असर मिड और सीनियर मैनेजमेंट लेवल के कर्मचारियों पर पड़ेगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, TCS अब नई तकनीकों और विदेशी बाजारों में निवेश कर रही है, जिसके चलते रिक्त पदों का पुनर्संयोजन (retraining and redeployment) हो रहा है। हालांकि, इससे लगभग 2% कार्यबल प्रभावित होगा। कुल अनुमानित 12,200 नौकरियां प्रभावित होंगी।
TCS के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट और चीफ HR ऑफिसर मिलिंद लक्कड़ ने हाल की अर्निंग कॉल में बताया कि पहली तिमाही के अंत तक कंपनी में कुल कर्मचारियों की संख्या 6,13,069 थी। छंटनी के पीछे तकनीकी परिवर्तन, डिजिटल स्किल्स की जरूरत और नई परियोजनाओं के लिए दक्षता बढ़ाने जैसे कारण बताए गए हैं।
यह छंटनी ऐसे समय हो रही है जब वैश्विक स्तर पर कई टेक कंपनियां AI के चलते अपने संसाधनों को दोबारा संतुलित कर रही हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि आने वाले समय में TCS जैसी बड़ी कंपनियों में कुशल और बहु-आयामी प्रतिभा की मांग बढ़ेगी, जबकि पारंपरिक भूमिकाएं सीमित होती जाएंगी।
TCS का यह निर्णय तकनीक की नई लहर को अपनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है, लेकिन इससे हजारों कर्मचारियों का भविष्य अधर में लटक सकता है। कंपनी का दावा है कि वह छंटनी से पहले कर्मचारियों को re-skill और re-deploy करने का पूरा प्रयास कर रही है।