आमिर खान की सामाजिक भावनाओं से ओत–प्रोत फिल्म ‘सितारे ज़मीन पर’ ने रिलीज़ के 12वें दिन यानी 1 जुलाई को एक ऐतिहासिक मुकाम हासिल कर लिया है। फिल्म ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बॉक्स ऑफिस मिलाकर ₹200 करोड़ से अधिक का कारोबार कर लिया है, जो कि मौजूदा सिनेमाई परिदृश्य में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। आमिर खान की इस फिल्म ने न केवल कमाई के मोर्चे पर धमाल मचाया है, बल्कि दर्शकों के दिलों में भी गहरी जगह बना ली है।
‘सितारे ज़मीन पर‘ 2007 की क्लासिक फिल्म ‘तारे ज़मीन पर’ की “आध्यात्मिक उत्तरकथा” मानी जा रही है, लेकिन यह फिल्म अपने आप में एक स्वतंत्र और प्रेरणादायक यात्रा है। इस बार आमिर खान एक बास्केटबॉल कोच की भूमिका में हैं, जो विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को जीवन की नई दिशा देता है – आत्मविश्वास, सम्मान और संघर्ष की राह पर।
आमिर खान ने एक बार फिर साबित किया है कि वे सिर्फ एक अभिनेता नहीं, बल्कि समाज को दिशा देने वाले संवेदनशील कहानीकार भी हैं। उनकी परिपक्व अदाकारी, संवाद अदायगी और दृश्यानुरूप भावनाओं की प्रस्तुति दर्शकों को भीतर तक झकझोर देती है। 12 दिनों में ₹200 करोड़ की कमाई यह बताती है कि दर्शक न केवल मसालेदार सिनेमा को पसंद करते हैं, बल्कि संवेदनशील और मानवीय कहानियों को भी भरपूर समर्थन देते हैं।
फिल्म के निर्देशक आर.एस. प्रसन्ना ने पूरी कुशलता से एक जटिल और दिल छू लेने वाली कहानी को स्क्रीन पर उतारा है। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि फिल्म भावुक होने के साथ–साथ उद्देश्यपरक भी बनी रहे। फिल्म की पटकथा, संगीत और दृश्य संयोजन सब कुछ मिलकर एक गहरी अनुभूति रचते हैं।
जिनेलिया डीसूजा देशमुख ने आमिर के साथ शानदार तालमेल दिखाया है, और एक सपोर्टिव सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में उनका अभिनय भी खूब सराहा जा रहा है। वहीं, बास्केटबॉल टीम में शामिल विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की भूमिका निभा रहे युवा कलाकारों ने फिल्म को आत्मा दी है।
बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन की बात करें, तो फिल्म ने रिलीज़ के पहले हफ्ते में ₹120 करोड़ से अधिक की कमाई की थी, और दूसरे हफ्ते में भी दर्शकों की दिलचस्पी कम नहीं हुई। रविवार और सोमवार को भी मल्टीप्लेक्स और सिंगल स्क्रीन दोनों में अच्छी भीड़ देखने को मिली। तमिल और तेलुगु में डब होकर रिलीज़ होने से साउथ इंडिया से भी फिल्म को बड़ी कामयाबी मिली है।
आलोचक और दर्शक दोनों ही ‘सितारे ज़मीन पर’ को एक “सिनेमा से आगे बढ़कर सामाजिक आंदोलन” बता रहे हैं। फिल्म दिव्यांगजनों को लेकर समाज की सोच में बदलाव लाने का आह्वान करती है। यह फिल्म केवल मनोरंजन नहीं करती, बल्कि दर्शकों को सोचने, समझने और संवेदनशील होने के लिए मजबूर करती है।
₹200 करोड़ पार करने वाली ‘सितारे ज़मीन पर’ ने यह दिखा दिया है कि आमिर खान आज भी भारतीय सिनेमा के सबसे विश्वसनीय और विचारशील अभिनेता–निर्माताओं में से एक हैं। यह फिल्म सिर्फ एक कमाई का आंकड़ा नहीं है, यह उस उम्मीद और इंसानियत की जीत है, जो ज़मीन से उठकर सितारों तक पहुंचती है।