कोलकाता, पश्चिम बंगाल
17 जुलाई 2025
कोलकाता की सड़कों पर ममता का हुंकार
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कोलकाता में एक जोरदार विरोध मार्च का नेतृत्व किया, जिसमें उन्होंने भाजपा पर बंगाली भाषी लोगों को बार-बार निशाना बनाने का आरोप लगाया। ममता ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर भाजपा ने बंगालियों को “परेशान” करना बंद नहीं किया, तो उसे “गंभीर राजनीतिक प्रतिक्रिया” के लिए तैयार रहना होगा।
भाषा, संस्कृति और पहचान पर हमला बताया
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने भाजपा के रवैये को “बंगाली अस्मिता पर हमला” करार दिया। उन्होंने कहा कि राज्य की भाषा, संस्कृति और पहचान को अपमानित करने की कोशिशों को जनता कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। ममता ने भीड़ से अपील की कि वे बंगाल की एकता, संस्कृति और स्वाभिमान के लिए एकजुट रहें।
भाजपा पर निशाना, जनभावना का आह्वान
मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल को बांटने की राजनीति अब नहीं चलेगी। उन्होंने भाजपा पर सांस्कृतिक ध्रुवीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार और उसकी एजेंसियां बंगालियों को दोयम दर्जे का नागरिक मान रही हैं। ममता ने चेताया कि “बंगाल शांत है, लेकिन कमजोर नहीं। अगर हमें मजबूर किया गया, तो जवाब लोकतांत्रिक लेकिन तीखा होगा।