कनाडा में खोजे गए सैकड़ों आदिवासी बच्चों के अवशेषों ने देश को झकझोर दिया। ये अवशेष चर्च द्वारा संचालित रेजिडेंशियल स्कूलों में मिले, जहां बच्चों को संस्कृति से काटकर जबरन ईसाई बनाया जाता था। यह खुलासा कनाडा के इतिहास के काले अध्याय को सामने लाया। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और पोप फ्रांसिस से माफी की मांग की गई। चर्च और सरकार की भूमिका को लेकर गहन आलोचना हुई। यह घटना उपनिवेशवाद, सांस्कृतिक नरसंहार और ऐतिहासिक न्याय के संघर्ष को वैश्विक विमर्श का हिस्सा बना गई।
