जून 2021 में पेरू के राष्ट्रपति चुनाव में वामपंथी उम्मीदवार पेड्रो कैस्टिलो ने अप्रत्याशित जीत दर्ज की। एक स्कूल शिक्षक और ट्रेड यूनियन नेता होने के नाते उनकी छवि आम जनता की आवाज़ के रूप में उभरी। कैस्टिलो की जीत ने लैटिन अमेरिका में वामपंथ की वापसी की लहर को बल दिया। उन्होंने सामाजिक न्याय, शिक्षा सुधार और कॉर्पोरेट टैक्स बढ़ाने जैसे वादे किए। उनकी जीत से पेरू के निवेशकों में चिंता और जनता में उम्मीद दोनों बढ़ीं। यह चुनाव सत्ता और साधनों की सीमाओं के खिलाफ जनता की गोलबंदी का प्रतीक बन गया।