दो साल से भी अधिक समय बाद, पूरी दुनिया की निगाहें उस पल पर टिक गईं जब इज़रायली दंपति नोआ अर्गमानी (Noa Argamani) और अविनतन ऑर (Avinatan Or) 738 दिनों के बिछोह के बाद फिर एक-दूसरे की बाहों में समा गए। दोनों को 7 अक्टूबर 2023 को इज़राइल के नवा म्यूज़िक फेस्टिवल से हमास आतंकियों ने अगवा कर लिया था — वही हमला जिसने इज़राइल-हमास युद्ध की चिंगारी भड़काई थी।
नोआ की तस्वीरें और वीडियो उस समय पूरी दुनिया में वायरल हुई थीं, जब उन्हें मोटरसाइकिल पर जबरन बिठाकर गाज़ा ले जाया गया था। उनकी चीखें और मदद की पुकार मानवता की करुण तस्वीर बन गई थीं। जून 2024 में एक स्पेशल इज़रायली ऑपरेशन के तहत नोआ को छुड़ाया गया था, जबकि उनके साथी अविनतन ऑर को हाल ही में हुए युद्धविराम और बंदी-प्रतिदान समझौते के तहत रिहा किया गया।
रिहाई के बाद का वह दृश्य मानो किसी फ़िल्म का क्लाइमेक्स हो — अविनतन ने नोआ को देखते ही गले से लगा लिया, दोनों की आँखों में आँसू थे, और कैमरों के सामने भी एक लंबे सन्नाटे में सिर्फ “पुनर्मिलन की सांस” सुनाई दे रही थी। 738 दिनों का दर्द, कैद, भय और उम्मीद — सब कुछ उसी एक आलिंगन में समा गया।
इज़राइल सरकार ने इस पुनर्मिलन को “मानवीय विजय” बताया और कहा कि “हर बंदी की वापसी हमारी राष्ट्रीय प्राथमिकता है।” इस समझौते के तहत 20 बचे हुए इज़रायली बंदियों की रिहाई हुई, जिसके बदले में इज़राइल ने लगभग 2000 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा। इस समझौते को मध्यस्थता के ज़रिए क़तर और मिस्र ने संभव बनाया।
नोआ और अविनतन की कहानी अब सिर्फ एक दंपति की नहीं रही, बल्कि वह संघर्ष, उम्मीद और प्रेम की उस मिसाल में बदल गई है जो युद्ध और नफ़रत से ऊपर उठकर मानवता की ताक़त दिखाती है। दो साल बाद, जब दोनों फिर एक साथ हैं, पूरी दुनिया उनके उस मुस्कुराते आलिंगन में “शांति की सबसे बड़ी जीत” देख रही है।