मेरठ, उत्तर प्रदेश
21 जुलाई 2025
मेरठ के सरधना में हादसा या लापरवाही? प्रशासन पर उठे सवाल
शिवभक्तों की आस्था से सराबोर कांवड़ यात्रा के बीच सरधना कस्बे की गंगनहर में एक साथ चार शव तैरते मिलने से सनसनी फैल गई। घटना से इलाके में अफरा-तफरी मच गई, वहीं श्रद्धालुओं में भय और आक्रोश दोनों का माहौल बन गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शव कांवड़ मार्ग के पास गंगनहर में बहते हुए दिखाई दिए। राहगीरों और स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस की कथित ढिलाई और देरी ने स्थिति को और बिगाड़ दिया। मौके पर पहुंचे लोगों ने आरोप लगाया कि कई घंटे तक कोई भी वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर नहीं पहुंचा, जिससे लोगों में रोष और गुस्सा दोनों बढ़ता गया।
मृतकों की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है। स्थानीय प्रशासन ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घटना की जांच शुरू कर दी गई है। हालांकि, इस मामले में अभी तक किसी भी वरिष्ठ अधिकारी का आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा और निगरानी को लेकर यूपी सरकार और स्थानीय प्रशासन ने बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन चार शव मिलने और पुलिस की निष्क्रियता ने इन दावों की पोल खोल दी है।
स्थानीय लोगों और यात्रियों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की। कुछ स्थानों पर जाम लगाने की भी कोशिश की गई, जिसे पुलिस ने समझा-बुझाकर शांत कराया।
प्रशासन के लिए यह घटना एक गंभीर चेतावनी मानी जा रही है — विशेषकर तब, जब प्रदेश भर में लाखों कांवड़िए हरिद्वार से जल लेकर अपने-अपने गंतव्य की ओर निकल चुके हैं।