कामसूत्र: जब शरीर ने बात की, और प्रेम पूजा बन गया
वात्स्यायन का संदेश — आनंद पाप नहीं, आत्मा की भाषा आज के भारतीय समाज में, जहाँ संस्कारों की आड़ में स्त्री के आनंद, उसकी इच्छा और उसके यौन अधिकारों पर बात करना आज भी एक सामाजिक निषेध (Taboo) माना जाता है, वहाँ यह याद रखना आवश्यक है कि इसी भूमि पर कभी प्रेम को पूजा…