जनरल कोच में पर्सनल कूलर: 3 पंखे कम पड़े तो क्या हुआ!
जनरल डिब्बे में ‘एयर कूलर महाराज’ का महोत्सव सोचिए, जनरल कोच—यानि सार्वजनिक तपोवन! जहाँ पसीना भी लाइन लगाकर निकलता है, और लोग पंखे को भगवान समझ साष्टांग प्रणाम कर रहे हैं। तभी प्रकट होते हैं “एयर कूलर महाराज”—जनरल डिब्बे में सीट पर कूलर सजाया गया, जैसे विवाह पंडाल में बैठने आए हों। बाकी यात्री आँखें…