कश्मीर में मिलेट क्रांति: पारंपरिक अन्न से पोषण, रोज़गार और आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर
भारत में वर्ष 2023 को ‘अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष’ के रूप में मनाया गया, जिसने देशभर में मोटे अनाजों (मिलेट्स) के महत्व को पुनर्स्थापित किया। इस वैश्विक पहल के प्रभाव से जम्मू-कश्मीर भी अछूता नहीं रहा। लंबे समय तक सेब, अखरोट, मक्का और धान जैसी पारंपरिक फसलों पर केंद्रित रहने के बाद अब कश्मीर के किसान…