पति, पत्नी और वो… कितना सही, कितना गलत, कितना सहज, कितना जरूरी?
जब रिश्तों में तीसरा नाम जुड़ता है “पति, पत्नी और वो…” — ये सिर्फ एक फिल्म का नाम नहीं, बल्कि एक ऐसी वास्तविकता है जो आज के रिश्तों की दीवार पर अक्सर किसी परछाईं की तरह उभरती है। यह “वो” कोई एक निश्चित व्यक्ति नहीं है, बल्कि किसी तीसरे के रूप में रिश्ते में आई…