नई दिल्ली 29 अगस्त 2025
दिल्ली पुलिस की साइबर थाना द्वारका टीम ने NCR में धड़ल्ले से चल रहे एडमिशन फ्रॉड सिंडिकेट का पर्दाफाश कर सनसनी फैला दी है। दो हाई-प्रोफाइल ठगों की गिरफ्तारी के साथ पुलिस ने उनके पास से 1 करोड़ 34 लाख 66 हज़ार रुपये नगद, 06 हाई-एंड मोबाइल फोन और एक लैपटॉप बरामद किया है।
इस पूरी कार्रवाई की कमान DCP द्वारका अंकित सिंह, IPS के नेतृत्व में रही। टीम ने जिस तेज़ी और तकनीकी दक्षता से इस संगठित फ्रॉड को खत्म किया, उसने एक बार फिर साबित कर दिया कि दिल्ली पुलिस के साइबर वॉरियर्स अपराधियों के लिए किसी भी हाल में चुनौती हैं।
ठगी का धंधा ऐसे चलता था:
ये गैंग 12वीं पास स्टूडेंट्स और उनके अभिभावकों को बुल्क SMS के ज़रिये टारगेट करता था। खुद को नामचीन यूनिवर्सिटी और कॉलेजों के एडमिशन कंसल्टेंट बताकर मैनेजमेंट कोटा के नाम पर लाखों रुपये ऐंठते और फिर ऑफिस बंद कर फरार हो जाते।
केस की शुरुआत:
25 अगस्त को साइबर थाना द्वारका में FIR दर्ज हुई, जब दिल्ली पुलिस की हेड कांस्टेबल मुकेश ने शिकायत दी कि IP यूनिवर्सिटी में सीट दिलाने के नाम पर उनसे ₹2.3 लाख वसूले गए और फिर आरोपी फरार हो गए।
तेजतर्रार जांच:
ACP ऑप्स राम अवतार की देखरेख और SHO साइबर थाना इंस्पेक्टर राजीव कुमार की अगुवाई में टीम ने टेक्निकल सर्विलांस, डिजिटल फुटप्रिंट एनालिसिस और मल्टीप्लैटफॉर्म ट्रेसिंग से आरोपियों को गाज़ियाबाद के इंदिरापुरम में ट्रैक किया।
गिरफ्तार आरोपी:
कुशाग्र श्रीवास्तव (35 वर्ष, B.Tech) – निवासी निति खंड-2, इंदिरापुरम
चिन्मय सिन्हा (32 वर्ष, B.Com) – निवासी निति खंड-1, इंदिरापुरम
बरामदगी:
₹1,34,66,000 नगद
06 महंगे मोबाइल
01 हाई-एंड लैपटॉप
संदिग्ध दस्तावेज़
पुलिस की सटीक कार्रवाई:
इस गैंग के खिलाफ पहले से ही 31 मामले दर्ज पाए गए। पुलिस अब इनके इंटरस्टेट नेटवर्क की जांच कर रही है। बरामद अनअकाउंटेड कैश को लेकर आयकर विभाग को सूचना दी गई है।