राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 80 के तहत चार प्रतिष्ठित व्यक्तियों को राज्यसभा के लिए नामित किया। नामित सदस्यों में मशहूर कूटनीतिज्ञ हर्षवर्धन श्रृंगला, इतिहासकार डॉ. मीनाक्षी जैन, वरिष्ठ अधिवक्ता और विशेष सरकारी वकील उज्ज्वल निकम, और समाजसेवी व आरएसएस विचारक सी. सदानंदन मास्टर शामिल हैं।
राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया कि ये नामांकन उनके-उनके क्षेत्रों में किए गए उत्कृष्ट योगदान को ध्यान में रखते हुए किए गए हैं।
हर्षवर्धन श्रृंगला, जो भारत के पूर्व विदेश सचिव रह चुके हैं, संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका जैसे महत्वपूर्ण देशों में भारत के राजदूत के रूप में सेवाएं दे चुके हैं। वे प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रमुख सलाहकार भी रह चुके हैं।
डॉ. मीनाक्षी जैन, इतिहास की प्रतिष्ठित लेखिका और शोधकर्ता हैं, जिन्होंने भारतीय सभ्यता, परंपरा और संस्कृति पर कई चर्चित पुस्तकें लिखी हैं। वे भारतीय इतिहास को भारतीय दृष्टिकोण से प्रस्तुत करने के लिए जानी जाती हैं।
उज्ज्वल निकम, देश के सबसे चर्चित आपराधिक मामलों — जैसे 1993 मुंबई ब्लास्ट और 26/11 आतंकी हमले — में अभियोजन पक्ष की ओर से पेश हुए। उन्होंने आतंकवाद और संगठित अपराध के खिलाफ कानूनी लड़ाई में अहम भूमिका निभाई।
सी. सदानंदन मास्टर, केरल के प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जो जनजातीय और पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए दशकों से काम कर रहे हैं। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी जुड़े रहे हैं और शिक्षा व समाज सुधार के क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं।
इन नामांकनों को भारतीय जनता पार्टी की वैचारिक प्रतिबद्धता, राष्ट्रहित, और विविध क्षेत्रों में उत्कृष्टता को सम्मानित करने की दिशा में एक मजबूत संदेश के रूप में देखा जा रहा है।