कोविड से उबरते मरीजों में एक जानलेवा संक्रमण ‘म्यूकोरमायकोसिस’ यानी ब्लैक फंगस तेजी से फैलने लगा। यह बीमारी नाक, आंख और दिमाग को प्रभावित करती है और समय पर इलाज न मिले तो मृत्यु तक हो सकती है। ब्लैक फंगस के मामले सबसे अधिक महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तर प्रदेश में सामने आए। डायबिटीज, स्टेरॉयड का अधिक प्रयोग और कमजोर इम्युनिटी को इसकी वजह बताया गया। सरकार ने इसे महामारी घोषित किया और एंटी-फंगल दवाओं की आपूर्ति बढ़ाई। सर्जरी और इलाज बेहद महंगे थे, जिससे कई गरीब मरीजों को कठिनाई हुई। यह प्रकोप महामारी के दुष्परिणामों में एक नई चुनौती बनकर उभरा।
