पुर्तगाल और लिवरपूल के स्टार फुटबॉलर डिएगो जोटा की एक भीषण सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई। यह दर्दनाक हादसा 3 जुलाई 2025 को स्पेन के ज़ामोरा प्रांत में उस समय हुआ, जब जोटा अपने छोटे भाई आंद्रे सिल्वा के साथ एक तेज़ रफ्तार स्पोर्ट्स कार में सफर कर रहे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कार का पिछला टायर फट गया, जिससे नियंत्रण बिगड़ा और कार सड़क से नीचे पलट गई। दुर्घटना के बाद कार में आग लग गई, जिससे मौके पर ही दोनों भाइयों की मौत हो गई। यह दुर्घटना इतनी भीषण थी कि बचाव दल के पहुंचने से पहले ही कार पूरी तरह जल चुकी थी और दोनों शव बुरी तरह झुलस गए थे।
डिएगो जोटा, जिनकी उम्र महज़ 28 वर्ष थी, लिवरपूल के लिए एक बेहतरीन स्ट्राइकर के रूप में जाने जाते थे। हाल ही में उन्होंने एक लंग सर्जरी से उबरकर मैदान पर वापसी की तैयारी शुरू की थी और इंग्लैंड लौटने के लिए अपने भाई के साथ कार द्वारा सफर कर रहे थे। उनके साथ सफर कर रहे 25 वर्षीय भाई आंद्रे, पुर्तगाल के दूसरे डिवीजन क्लब ‘पेनाफिएल’ से जुड़े हुए एक पेशेवर खिलाड़ी थे। दोनों भाई सैंटेंडर पोर्ट की ओर जा रहे थे, जहां से उन्हें ब्रिटेन के लिए फेरी पकड़नी थी। दुर्भाग्यवश, ज़िन्दगी ने उन्हें मंज़िल तक पहुंचने से पहले ही रोक दिया।
इस हृदयविदारक घटना ने फुटबॉल जगत को गहरे सदमे में डाल दिया है। लिवरपूल क्लब ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “यह सिर्फ एक खिलाड़ी का नहीं, बल्कि हमारे परिवार के एक अहम सदस्य का नुकसान है। डिएगो एक प्रेरणास्रोत थे, मैदान पर और उसके बाहर भी।” लिवरपूल ने तत्काल प्रभाव से अपनी प्री-सीज़न ट्रेनिंग स्थगित कर दी है। वहीं पुर्तगाल के प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो और राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा ने जोटा के परिवार से शोक संवेदना व्यक्त की है और दोनों भाइयों की याद में राष्ट्रीय शोक दिवस की घोषणा की।
4 जुलाई को पुर्तगाल के गोंडोमार शहर में जोटा और उनके भाई का अंतिम संस्कार किया गया, जहां सैकड़ों लोगों ने श्रद्धांजलि दी। अंतिम यात्रा में जोटा के टीम साथी क्रिस्टियानो रोनाल्डो, ब्रूनो फर्नांडेज़, और जर्गन क्लॉप सहित कई नामी खिलाड़ी शामिल हुए। अंतिम संस्कार की तस्वीरों में साफ देखा गया कि फुटबॉल विश्व ने एक नहीं, बल्कि दो होनहार सितारों को खो दिया है। जोटा के पूर्व कप्तान वर्जिल वान डाइक और साथी खिलाड़ी मोहम्मद सलाह ने भी इंस्टाग्राम पर इमोशनल पोस्ट शेयर किए।
डिएगो जोटा का करियर कई उपलब्धियों से भरा रहा। उन्होंने 2020 में लिवरपूल के लिए पदार्पण किया और कुल 182 मैचों में 64 गोल दागे। वह 2024–25 प्रीमियर लीग जीतने वाली टीम के अहम सदस्य थे और राष्ट्रीय टीम पुर्तगाल के लिए भी कई यादगार प्रदर्शन किए। मैदान पर उनकी आक्रामकता, चपलता और गोल पर तेज़ नजर उन्हें दुनिया के बेहतरीन स्ट्राइकरों में गिनाती थी। वहीं उनके भाई आंद्रे ने भी फुटबॉल की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनानी शुरू की थी, लेकिन यह सफर असमय समाप्त हो गया।
यह हादसा केवल एक सड़क दुर्घटना नहीं, बल्कि फुटबॉल की आत्मा पर गहरा घाव है। डिएगो जोटा और आंद्रे सिल्वा दोनों ने अपने संघर्ष, मेहनत और जुनून से जो मुकाम हासिल किया, वह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा। अब जबकि दोनों हमारे बीच नहीं हैं, उनके खेल, उनका जोश और उनकी यादें हमेशा हमारे दिलों में ज़िंदा रहेंगी। फुटबॉल जगत ने दो चमकते सितारे खो दिए, लेकिन उनकी रोशनी कभी धुंधली नहीं होगी।