4 अप्रैल की रात पश्चिम बंगाल के कई जिलों—कोलकाता, हुगली, हावड़ा और बर्दवान—में तेज़ आंधी और बारिश ने तबाही मचाई। 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आई हवाओं ने कई पेड़ों और बिजली के खंभों को उखाड़ दिया, जिससे यातायात और बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। कई मकानों की छतें उड़ गईं और तीन लोगों की मृत्यु की भी खबर आई। आपदा राहत दल को तुरंत सक्रिय किया गया और मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर मुआवज़े की घोषणा की।
