दिनांक: 21 जून 2025
स्थान: चंडीगढ़, पंजाब
एक हालिया अध्ययन में खुलासा हुआ है कि पंजाब में डायबिटीज़, हृदय रोग, स्ट्रोक और कैंसर जैसे गैर-संचारी रोग (NCDs) अब न केवल स्वास्थ्य बल्कि आर्थिक बोझ भी बनते जा रहे हैं। इंडियन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ और पंजाब हेल्थ सिस्टम कॉरपोरेशन द्वारा किए गए इस सर्वे में सामने आया कि इन बीमारियों की वजह से परिवारों को अपनी आय का एक बड़ा हिस्सा इलाज पर खर्च करना पड़ रहा है, जिससे उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, कम से कम 35% परिवारों ने बताया कि उन्होंने अपने इलाज के लिए कर्ज लिया या संपत्ति गिरवी रखी। विशेषज्ञों का मानना है कि राज्य सरकार को तत्काल प्रभाव से स्क्रीनिंग प्रोग्राम, बीमा योजना की जागरूकता, और प्राथमिक उपचार केंद्रों को मज़बूत करना चाहिए। यह अध्ययन नीति-निर्माताओं के लिए चेतावनी है कि केवल संक्रामक बीमारियों पर नहीं, बल्कि NCDs पर भी उतनी ही गंभीरता से ध्यान दिया जाए।