नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता 2021 में भी जारी रही। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने संविधान के खिलाफ जाकर संसद भंग की, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए संसद बहाल कर दी। अंततः जुलाई 2021 में ओली को प्रधानमंत्री पद छोड़ना पड़ा और विपक्षी गठबंधन के नेता शेर बहादुर देउबा नए प्रधानमंत्री बने। भारत-नेपाल संबंधों में तनाव और ओली की चीन-झुकाव नीति की आलोचना हुई। यह परिवर्तन नेपाल में लोकतंत्र की जड़ें मजबूत करने की दिशा में देखा गया, साथ ही क्षेत्रीय संतुलन की दृष्टि से भारत के लिए भी महत्वपूर्ण रहा।
