2021 में भारत ने दो विनाशकारी चक्रवातों का सामना किया—’ताउते’ (पश्चिमी तट) और ‘यास’ (पूर्वी तट)। ‘ताउते’ ने गुजरात और महाराष्ट्र में भारी तबाही मचाई, जबकि ‘यास’ ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया, हजारों घर तबाह हुए। भारी वर्षा, तेज हवाओं और समुद्री तूफानों से फसलें बर्बाद हुईं। NDRF और नौसेना ने राहत-बचाव कार्य किए। कोविड काल में यह प्राकृतिक आपदाएं प्रशासनिक चुनौतियां और बढ़ा गईं। चक्रवातों की बढ़ती तीव्रता ने जलवायु परिवर्तन की चिंताओं को और गहरा किया।
