खेल और कमाई के इस ग्लोबल मुकाबले में एक बार फिर क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने अपनी बादशाहत साबित कर दी है। फोर्ब्स की “2025 के सबसे ज़्यादा कमाई करने वाले खिलाड़ियों” की सूची में रोनाल्डो ने पहला स्थान हासिल किया है। उन्होंने अकेले इस वर्ष लगभग $275 मिलियन (करीब ₹2,290 करोड़ रुपये) की कमाई की है। इसमें से लगभग ₹1,875 करोड़ की राशि उन्हें सऊदी अरब के क्लब अल-नस्र से भारी वेतन और बोनस के रूप में प्राप्त हुई, जबकि शेष ₹415 करोड़ रुपये उन्हें ब्रांड एंडोर्समेंट, सोशल मीडिया डील्स और निजी व्यापार से हासिल हुए। यह कमाई उस उम्र में हुई जब कई खिलाड़ी रिटायर हो चुके होते हैं — 40 वर्षीय रोनाल्डो की यह सफलता केवल फुटबॉल में नहीं, बल्कि वित्तीय रणनीति में भी मिसाल है।
दूसरे स्थान पर रहे स्टेफ़न करी (NBA खिलाड़ी), जिन्होंने करीब ₹1,300 करोड़ (USD 156 मिलियन) कमाए। उनका ऑफ-फील्ड ब्रांड नेटवर्क, जिसमें Under Armour, Rakuten और अन्य बड़े ब्रांड शामिल हैं, उन्हें लगातार शीर्ष कमाने वाले एथलीटों में बनाए हुए है। तीसरे स्थान पर हैं टायसन फ्यूरी, जिनकी कुल वार्षिक कमाई ₹1,220 करोड़ (USD 146 मिलियन) रही। उन्होंने सऊदी फाइट्स, Netflix डॉक्युमेंट्री और प्रमोशनल बिज़नेस के ज़रिए ये बड़ी आमदनी की।
चौथे और पाँचवे स्थान पर क्रमशः डैक प्रेस्कॉट (₹1,150 करोड़, USD 137M) और लियोनेल मेसी (₹1,135 करोड़, USD 135M) हैं। मेसी की ब्रांड वैल्यू अब भी रोनाल्डो के बराबर ही मजबूत है, खासकर Adidas, PepsiCo, और Apple के साथ उनके प्रोजेक्ट्स को देखते हुए। उनके अमेरिका स्थित क्लब इंटर मियामी के साथ करार ने भी उनकी आमदनी में बड़ा इजाफा किया है।
इस सूची में बाकी पांच खिलाड़ी भी किसी से कम नहीं हैं — लेब्रोन जेम्स (₹1,125 करोड़), जुआन सोटो (₹960 करोड़), करिम बेंज़ेमा (₹875 करोड़), शोहेई ओतानी (₹860 करोड़), और केविन डुरांट (₹850 करोड़)। खासतौर पर ओतानी ने प्रचार सामग्री से करीब ₹835 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड कमाई की, जबकि उनके बेसबॉल अनुबंध का एक बड़ा हिस्सा अभी भविष्य में मिलना बाकी है। यह इस बात का संकेत है कि अब एथलीट्स की कमाई खेल से ज़्यादा उनके ब्रांड बनने पर निर्भर करती है।
एक और बड़ा ट्रेंड इस सूची में साफ दिखाई देता है — सऊदी अरब की खेल नीति। रोनाल्डो, बेंज़ेमा और फ्यूरी जैसे खिलाड़ियों को जो सौदे मिले हैं, वे केवल खेल तक सीमित नहीं, बल्कि एक रणनीतिक “स्पोर्ट्स डिप्लोमेसी” का हिस्सा हैं। रियाद अब सिर्फ तेल का नहीं, बल्कि ग्लोबल खेलों का भी पावर सेंटर बनना चाहता है, और ये आंकड़े उसी दिशा में संकेत करते हैं।
कुल कमाई की तस्वीर:
फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 की टॉप 50 एथलीट्स ने मिलकर ₹35,000 करोड़ (USD 4.23 Billion) कमाए हैं। इनमें से लगभग ₹8,600 करोड़ (USD 1.04 Billion) की कमाई सिर्फ ऑफ-फील्ड ब्रांड डील्स और मीडिया से हुई — जो पिछले वर्ष की तुलना में 11% ज़्यादा है। ये आँकड़े बताते हैं कि खेल अब केवल मैदान पर नहीं, स्क्रीन, सोशल मीडिया और मार्केटिंग की दुनिया में भी सबसे बड़ा बिज़नेस है।
2025 की यह सूची दिखाती है कि खिलाड़ी अब केवल खिलाड़ी नहीं रहे, वे वैश्विक ब्रांड हैं। क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने लगातार तीसरे साल यह स्थान जीतकर ये साबित कर दिया है कि प्रतिभा, फिटनेस और मीडिया की समझ के साथ खिलाड़ी दशकों तक बाजार पर राज कर सकते हैं। वहीं बाकी एथलीट्स की यात्रा यह बताती है कि स्पोर्ट्स में सिर्फ जीत नहीं, सोच, ब्रांडिंग और रणनीति से भी पहचान बनाई जाती है।