कुपवाड़ा, हंदवाड़ा और माछिल क्षेत्रों में भारी हिमपात ने जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया। कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया। कुछ स्थानों पर बर्फ की मोटाई 6 से 7 फुट तक पहुंच गई। स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया और बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। स्थानीय प्रशासन ने रेड अलर्ट जारी किया है और एसडीआरएफ की टीमें राहत कार्य में लगाई गई हैं। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी यातायात बाधित हुआ। बर्फ हटाने के लिए मशीनें भेजी गईं लेकिन कठिन मौसम के कारण कार्य धीमा है। दूरदराज के गांवों से खाद्य आपूर्ति और दवाइयों की कमी की शिकायतें मिल रही हैं। हेलीकॉप्टर के जरिए फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला गया। मौसम विभाग ने आगामी 48 घंटे और बर्फबारी की चेतावनी दी है। प्रशासन ने टोल फ्री नंबर जारी किए हैं ताकि लोग आपदा की स्थिति में संपर्क कर सकें। पर्यटक भी फंसे, जिनमें कई विदेशी नागरिक शामिल हैं। गुलमर्ग में पर्यटक बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं लेकिन स्थानीय लोगों के लिए यह जीवन संकट बन गई है।
