सैनिकों के साहस और कर्तव्यों को किया नमन, महिला कार्यकर्ताओं ने बांधी राखी
श्रीनगर 17 अगस्त 2025
लथपुरा (कश्मीर) – रक्षाबंधन के पावन अवसर पर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (MRM) के कार्यकर्ताओं ने कश्मीर के लथपुरा स्थित 185 सीआरपीएफ कैंप में जाकर देश की रक्षा में तैनात वीर जवानों के साथ भावनात्मक पल साझा किए। इस दौरान संगठन की महिला कार्यकर्ताओं ने सैनिकों की कलाई पर रक्षा सूत्र (राखी) बांधकर उन्हें अपना भाई माना और उनके साहस व समर्पण को सलाम किया।
सैनिकों की वीरता और कर्तव्यनिष्ठा को नमस्कार
कार्यक्रम के दौरान मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के पदाधिकारियों ने कहा कि हमारे सीआरपीएफ के जवान केवल सीमाओं की सुरक्षा ही नहीं करते, बल्कि पूरे देश के हर नागरिक की शांति और सुरक्षा का दायित्व निभाते हैं। उनकी वजह से हम सब निश्चिंत होकर रात को सो पाते हैं। मंच ने सैनिकों की वीरता, अनुशासन, गौरव और देशप्रेम की सराहना करते हुए उन्हें राष्ट्र की असली ताकत बताया।
राखी: धर्म से परे, राष्ट्रबंध का प्रतीक
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि रक्षाबंधन सिर्फ भाई-बहन का पर्व नहीं है, बल्कि यह “राष्ट्रबंध” का भी प्रतीक है। जब हमारे सैनिक सीमाओं पर खड़े होकर पूरे देश की रक्षा करते हैं, तब हर बहन का यह फर्ज बनता है कि वह उनके लिए प्रार्थना करे और उन्हें राखी बांधकर अपना आशीर्वाद दे। यह पर्व धर्म और मज़हब से ऊपर उठकर भाईचारे और एकता का संदेश देता है।
महिला कार्यकर्ताओं की भावनात्मक पहल
मंच की महिला कार्यकर्ताओं ने सैनिकों की कलाई पर राखी बांधते हुए उन्हें मिठाई खिलाई और उनका मनोबल बढ़ाया। सैनिकों ने भी इस प्यार और सम्मान को बड़े भावुक अंदाज़ में स्वीकार किया और कहा कि ऐसे अवसर उन्हें अपने घर-परिवार की याद दिलाते हैं।
राष्ट्रीय एकता और सद्भाव का संदेश
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने इस अवसर पर संदेश दिया कि हिंदू-मुस्लिम सभी भारतीय एक ही राष्ट्र के अंग हैं और हमारी सांस्कृतिक परंपराएँ हमें जोड़ती हैं। रक्षाबंधन पर्व यह सिखाता है कि हम सब एक-दूसरे की रक्षा और सम्मान के लिए खड़े रहें। कश्मीर से यह अद्भुत तस्वीर पूरे विश्व को शांति, भाईचारा और राष्ट्रीय एकता का संदेश देती है।