दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 का नया वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ सामने आया, जिसे WHO ने ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ घोषित किया। यह वेरिएंट अत्यधिक संक्रामक था, लेकिन इसके लक्षण अपेक्षाकृत हल्के माने गए। कई देशों ने तत्काल ट्रैवल बैन और सख्त टेस्टिंग शुरू की। भारत में भी दिसंबर में इसके मामले बढ़ने लगे, जिससे नई लहर की आशंका बढ़ी। टीकाकरण की रफ्तार तेज की गई और बूस्टर डोज़ की योजना बनी। वैज्ञानिकों ने कहा कि यह वेरिएंट पूर्व संक्रमण या वैक्सीन से बनी एंटीबॉडी को आंशिक रूप से चकमा दे सकता है। यह घटना महामारी के अंत की बजाय नए दौर की चेतावनी बनी।