अमेरिका ने अफगानिस्तान में 20 वर्षों की सैन्य उपस्थिति के बाद 31 अगस्त 2021 को पूरी तरह से अपने सैनिकों की वापसी की। यह निर्णय जो बाइडेन प्रशासन ने लिया, जिसे लेकर आंतरिक रूप से आलोचना भी हुई। वापसी के अंतिम सप्ताह में काबुल एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी का माहौल रहा और ISIS के आत्मघाती हमले में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। अमेरिका ने दावा किया कि उसकी मुख्य जिम्मेदारी पूरी हो चुकी है, लेकिन तालिबान की वापसी ने अफगान भविष्य को अनिश्चित कर दिया। वैश्विक शक्ति संतुलन और अमेरिका की विदेश नीति को लेकर व्यापक बहस हुई।