23 अगस्त 2022 को गौतम अदाणी के नेतृत्व वाले अडानी समूह ने NDTV में परोक्ष रूप से हिस्सेदारी लेने की घोषणा की। धीरे-धीरे यह हिस्सेदारी बढ़ती गई और दिसंबर 2022 तक अडानी समूह NDTV का सबसे बड़ा शेयरधारक बन गया। प्रणय और राधिका रॉय ने बोर्ड से इस्तीफा दिया। इस अधिग्रहण को मीडिया की स्वतंत्रता, कॉर्पोरेट नियंत्रण और पत्रकारिता के भविष्य के संदर्भ में बड़े घटनाक्रम के रूप में देखा गया। यह घटना मीडिया जगत में सत्ता और पूंजी के बढ़ते समीकरणों का संकेत बनी।
